करोड़ों की लागत से बने इस अस्पताल कि जो 24 बेड का है सुरक्षा कर रहे कुत्ते कि कहीं मरीज और डॉक्टर ना आ जाए।
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सीतामढ़ी प्राइम न्यूज़
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बाजपट्टी : पुपरी सुरसंड पथ के मध्य मुख्य। सड़क से मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित रसलपुर पंचायत में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र आज एक शोभा की वस्तु बनी हुई है.
- इस स्वास्थ्य केंद्र में सरकार के
करोड़ों की लागत लगी हुई है. इसके बावजूद इसका कोई भी इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है. पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि दिलीप कुमार ने बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व ही इसका उद्घाटन कर दिया गया. यह 24 बेड का सभी सुविधाओं से लैस अस्पताल है. इसमें डॉक्टर के तौर पर डॉक्टर पूनम कुमारी एवं एएनएम के तौर पर सुशीला कुमारी की नियुक्ति भी की गई है.
- यहां पर डॉक्टर के लिए चेंबर, एक्सरे रूम, रिजर्वेशन काउंटर, अनेकों शौचालय सहित पानी की व्यवस्था व बिजली की व्यवस्था सभी की गई है.
- उन्होंने बताया कि यह अस्पताल बनाने का 70 के दशक में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के समय में ही शुरू हुआ था. उन्होंने ही अपने रसलपुर दौरा के दौरान यहां पर अस्पताल बनाए जाने की बात कही थी.
- वर्ष 2020 से पूर्व छह बेड का यह अस्पताल अब 24 बेड का अस्पताल बन चुका है लेकिन विडंबना यह है कि इसे अभी तक कभी खोला भी नहीं गया मरीजों को देखना और उनका इलाज करना तो बहुत दूर की बात है.
- सेवानिवृत्त प्रखंड से चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केके झा से उन्होंने इस विषय पर कई बार बात की परंतु उसका कोई भी निष्कर्ष नहीं निकला. जिला प्रशासन से अपील करते हैं कि इस अस्पताल को कार्यरत किया जाए क्योंकि पुपरी व सुरसंड के मध्य यह घनी आबादी से गिरा क्षेत्र है. जहां किसी भी परिस्थिति में दुर्घटना या गंभीर रूप से तबीयत खराब होने पर व्यक्ति को बहुत दूरी तय करके प्राइवेट अस्पताल के लिए जाना पड़ता है. जहां उसे बहुत सारे पैसे लिए जाते हैं.
- सभी सुविधाओं से लैस यह अस्पताल आज एक शोभा की वस्तु बनी हुई है जिसे जल्द से जल्द काम में लाया जाना चाहिए.
- कोविड-19 को लेकर कई स्थानों पर क्वॉरेंटाइन सेंटर या आइसोलेशन सेंटर बनाए जाने के लिए भी यह भवन पूरी तरह से सही है प्रभात खबर की टीम जब वहां पहुंची तो वहां पर कुछ कुत्ते बैठे हुए थे जो साधारण लोगों के आने पर उन्हें अस्पताल की तरफ आने भी नहीं दे रहे थे.
- अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के संचालन विषय पर पूछने के लिए चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एपी झा ने बताया कि वहां के चिकित्सकों को कोविड कार्य में लगाया गया है जबकि दबे स्वर में उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि स्वास्थ्य केंद्र को अभी तक ठेकेदार द्वारा हैंडोवर नहीं किया गया है
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