इलाज के लिए तड़प रहा था युवक जेल प्रशासन ने नहीं करा सके इलाज हो चुकी है जेल में बंद युवक की मौत
सुरसंड (सीतामढ़ी)। थाना क्षेत्र के चांदपट्टी गांव निवासी जलालुद्दीन अली के 26 वर्षीय पुत्र अमजद अली 4 सालों से एक मामले को लेकर किशनगंज जेल में बंद था अचानक उनका तबीयत खराब हो गया जिस वजह से इलाज कराने को जेल प्रशासन को कहा किंतु जेल प्रशासन ने उसे डांट फटकार लगाते हुए कहने लगा बराती में आए हो क्या। इसी बात को लेकर इलाज नहीं कराया और इसका स्थिति और बिगड़ता चला गया। अचानक उसकी मौत हो गई । परिजनों को इस संबंध में सूचना तक देना मुनासिब नहीं समझ पाया । और मौत के बाद आनन-फानन में पोस्टमार्टम में भी भेज दिया। किशनगंज जेल में बंद सीतामढ़ी के कई बंदी और कैदियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर एक मीडिया कर्मी को जानकारी देते हुए बताया अमजद अली को जेल प्रशासन के द्वारा धक्का देकर गिरा दिया गया जिस वजह से बाया सीना में जोर से दर्द उठने लगा और हालत काफी बिगड़ गया देखते ही देखते 5 फरवरी 2022 की 10:30 से 11:00 के बीच अचानक उनकी मौत की सूचना आने लगी सूत्रों की माने तो इस मामले में सीसीटीवी कैमरे में सारे बात रिकॉर्ड हो चुकी है और इस पर जांच व कार्रवाई करने की मांग भी उठ रही है। किशनगंज जेल में बंद सीतामढ़ी के कई बंदियों का नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि 4 फरवरी 2022 को अमजद अली का स्थिति बिगड़ रहा था तो अधीक्षक निरंजन पंडित, बड़ा जेलर मनोज कुमार सिंह, एवं उच्च कक्षपाल बड़ा जामदार व हाजत प्रभारी राजेश कुमार सिंह को सूचना दी गई किंतु टालमटोल और डांट फटकार लगाते हुए धक्का देकर गिरा दिया और जूता से मरने लगा मारपीट करने के बाद जिस वजह से बाएं सीने में दर्द होने लगा स्थिति बिगड़ने लगा बाद में अचानक मौत की सूचनाएं आने लगे जेल में बंद बंदी और कैदियों के साथ-साथ परिजनों ने भी हत्या का आरोप लगाया है जिस वजह से उसकी मौत हो गई मृतक परिजनों में रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है मृतक 6 भाई और तीन बहन थे तीसरे नंबर पर मृतक थे।
( विज्ञापन : मैट्रिक व बारहवीं अच्छे नम्बर से करें पास )
सुरसंड. किशनगंज जेल में बंद विचाराधीन कैदी का शव सोमवार की सुबह उसके पैतृक गांव थाना क्षेत्र के चांदपट्टी पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया. मृतक मो अमजद अली उक्त गांव के ही वार्ड संख्या 14 निवासी मो जलालुद्दीन अली का पुत्र था. वह चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था. शव पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. मृतक के पिता अपने पुत्र का शव देख किंकर्तव्यविमूढ़ थे. उन्होंने जेल प्रशासन पर पुत्र की हत्या कर देने का आरोप लगाया. वहीं ग्रामीण सह पूर्व सरपंच मो शाहिद सिद्दीकी ने मामले की जांचकर दोषी जेल प्रशासन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. विदित हो कि मृतक मो अमजद अली वर्ष 2018 में बतौर मौलवी भिट्ठा ओपी क्षेत्र के भेमुआ गांव में स्थित प्राइवेट मदरसा में बच्चों को तालीम देता था. उक्त गांव के ही वार्ड संख्या 13 निवासी जहीरुल हक की पुत्री रबीना खातुन (20 वर्ष) भी मदरसा में तालीम ले रही थी. इस दौरान मृतक ने रबीना को शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण करता रहा. बाद में वह शादी करने से इनकार कर गया था. मृतक के शादी से मुकरने पर रबीना ने उसके विरुद्ध यौन शोषण का आरोप लगाते हुए 13 मार्च 2018 को थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हालांकि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अमजद ने रबीना से शादी कर ली थी. बावजूद मामला बिगड़ते देख पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जेल जाने के बाद दोनों पक्षों के बीच कोर्ट में सुलहनामा भी लगा. पर सुलहनामा का उस मामले पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. बाद में उसे सीतामढ़ी मंडल कारा से मधुबनी जिले के बेनीपट्टी जेल भेज दिया गया. फिर कुछ दिन बाद उसे मधुबनी जेल स्थानांतरित कर दिया गया. पुनः कुछ दिनों बाद गत 28 जनवरी को उसे किशनगंज मंडलकारा स्थानांतरित कर दिया गया, जिसकी जानकारी मृतक के पिता को नहीं थी. जब पुत्र के मौत की खबर पिता को दूरभाष पर मिली तब वे यह जानकर हैरान रह गए. अमजद का शव गांव पहुंचने के बाद उसकी पत्नी रबीना अपने पिता के साथ भेमुआ से चांदपट्टी गांव पहुंची. अमजद का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
0 Comments