प्रेमी की हत्या से आहत प्रेमिका ने परिवार से की बगावत, ICU में लड़ रही जिंदगी की जंग
- अररिया में प्रेमी की हत्या के बाद प्रेमिका ने अपने परिजनों से बगावत कर दी. प्रेमिका की मौत की अफवाह सोशल मीडिया पर जमकर उड़ी. लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रेमिका की हालत नाजुक है और वो आइसीयू...
अररिया : रानीगंज थाना क्षेत्र के खरसाही पंचायत के बड़ौआ वार्ड संख्या 14 में 6 जुलाई बुधवार को भरगामा थाना क्षेत्र रहड़िया वार्ड संख्या 5 निवासी छोटू कुमार पिता उमेश यादव की प्रेमिका खरसाही पंचायत के वार्ड संख्या 14 निवासी से मिलने के क्रम में हत्या कर दी गयी थी. मृतक की प्रेमिका आरती कुमारी ने अपने ही पिता ,भाई आदि पर छोटू कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर देने का आरोप लगाया था. मृतक प्रेमी की मौत की सूचना पर उनके परिजनों द्वारा प्रेमिका के भाई व पिता की भी जमकर धुनाई कर दी गयी थी.
सोशल मीडिया पर प्रेमिका की मौत की तस्वीर वायरल
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष कौशल कुमार, पुअनि लाली कुमारी सहित पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचकर प्रेमी छोटू के हत्यारोपी प्रेमिका आरती के पिता धीरेंद्र यादव व उनके भाई रविकांत यादव को कड़ी मशक्कत के बाद आक्रोशित परिजनों के चंगुल से मुक्त कराया था. इधर दो दिनों से सोशल मीडिया पर प्रेमिका की मौत की तस्वीर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस बात को लेकर सनसनी फैल गयी है.
मृतक प्रेमी के घर चली गयी प्रेमिका
बता दें कि प्रेमी छोटू कुमार की मौत के बाद प्रेमिका अपने माता-पिता के पास नहीं जाकर मृत प्रेमी के घर रहड़िया चली गयी थी. जहां से उसकी मौत की बात सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. प्रभात खबर ने इस बात की पड़ताल को लेकर मृतक छोटू कुमार के घर पर जाकर पड़ताल की तो मृतक की मां राधा देवी ने कबूल किया कि आरती हमारे पास ही है. उसकी हालत नाजुक है, इलाज कराया जा रहा है.
पुलिस को कोई परवाह नहीं
बहरहाल मामले से अनजान बनकर रानीगंज पुलिस कान में तेल डाल कर सोयी हुई है, इधर छोटू की मौत के बाद उसकी प्रेमिका जो खुल कर अपने माता-पिता के विरोध में खड़ी है, उसके सुरक्षा के उपाय तक नहीं कर रही है. पुलिस भी बस यही कह रही है कि आरती छोटू के मां-पिता के पास है. लेकिन प्रभात खबर की पड़ताल में वह वहां नहीं मिली.
पोस्टमार्टम कराने के लिए अररिया तक गई प्रेमिका
प्रेमिका ने घटना के बाद अपने प्रेम से एक कदम पीछे नहीं हटते हुए छोटू के शव के साथ पोस्टमार्टम कराने के लिए अररिया तक गई थी व फिर अपने मां-बाप के घर जाने की जगह वह अपने प्रेमी छोटू के घर चली गई थी. यह मामला सोशल मीडिया पर बड़ी ही तेजी से वायरल हुआ था. जिसमें वह चीख-चीख कर अपने पिता व भाई समेत अन्य आरोपी को हत्यारा बता रही थी.
प्रेमी की चिता पर लेटने की जिद में प्रेमिका
अपने प्रेमी के मौत के बाद से प्रेमिका के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया था. स्थानीय लोगों की मानें तो प्रेमिका छोटू की चिता पर खुद को उनके साथ मिट जाने की जिद पर अड़ी थी. लेकिन मृतक के पिता सहित रहड़िया के स्थानीय लोगों के काफी समझाने -बुझाने के बाद प्रेमिका मानी.
मार खा कर बचाती रही, बावजूद हो गयी प्रेमी की मौत
प्रेमिका ने बताया था कि वह खुद मार खाती रही व अपने प्रेमी को बचाती रह गई. इतना से जब मन न भरा तो प्रेमिका के परिजनों ने दोनों को अलग -अलग कमरे में बंद कर दिया. छोटू की मौत के बाद भी प्रेमिका माता-पिता के घर नहीं गई. वह छोटू की विधवा बनकर रहने को तैयार हो गयी. छोटू के अंतिम संस्कार के बाद से प्रेमिका की हालत काफी नाजुक बनी हुई है. डॉक्टर के देखरेख में उनका इलाज चलने की बात कही जा रही है.
सोशल मीडिया पर प्रेमिका की मौत का फैलाई जा रही है अफवाह
सोशल मीडिया पर छोटू की प्रेमिका आरती की मौत की झूठी अफवाह फैलायी जा रही है. दो दिनों से प्रेमिका का मौत वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. हालांकि वायरल फोटो वीडियो की प्रभात खबर पुष्टि नहीं करता है. इसी बात की तहकीकात करने को लेकर प्रभात खबर के प्रतिनिधि रहड़िया गांव स्थित मृत प्रेमी छोटू कुमार के घर प्रेमिका को ढूंढते पहुंची. लेकिन आरती कुमारी का वहां पता नहीं चल पाया.
हालांकि मृतक छोटू कुमार की मां राधा देवी ने बताया कि आरती वर्तमान में जिंदगी व मौत से जंग लड़ रही है. उसका इलाज किसी निजी अस्पताल में प्रेमी छोटू के परिजनों द्वारा कराया जा रहा है. हालांकि किस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है इस बात की जानकारी मृतक की मां ने नहीं दिया.
मृतक छोटू की मां राधा देवी ने पत्रकारों को बताया कि आरती जिंदा है, उसका ईलाज चल रहा है. उसके मरने की बात अफवाह है, उन्होंने अफवाह फैलाने वालों पर प्रशासन से कार्रवाई की मांग किया है.
बोले थानाध्यक्ष
आरती अभी पूर्णिया में आइसीयू में इलाजरत है. इलाज के बाद जो भी विधिसम्मत जरूरी सुरक्षा व्यवस्था होगा उसे दिया जायेगा. आरती के सभी एक्टिविटीज पर पुलिस की पैनी निगाह है.
कौशल कुमार, थानाध्यक्ष रानीगंज
0 Comments