शिक्षा दिवस: सीएम ने कहा- शिक्षा का बजट 25 फीसदी होगा
अच्छे से पढ़ाने पर तनख्वाह
बढ़ेगी, वरना बर्खास्त होंगे-
पटना ( प्राइम न्यूज़ रिपोर्टर ) सौजन्य : हिन्दुस्तान
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शिक्षा दिवस के अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की कि स्कूलों में बच्चों को ठीक से पढ़ाने वाले शिक्षकों का जहां वेतन बढ़ेगा वहीं हिदायत विधि की जो शिक्षक स्कूल में पड़ेंगे नहीं उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि आप लोग स्कूल में जाएं और बच्चों को ठीक से पढ़ाएं इसको लेकर उन्होंने पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए
का वेतन बढ़ेगा। वहीं, हिदायत
भी दी है कि जो शिक्षक स्कूल में पढ़ाएंगे
नहीं, उन्हें नौकरी से निकाल दिया
जाएगा। उन्होंने शिक्षकों से अपील की
कि आपलोग स्कूल जाएं और बच्चों
को ठीक से पढ़ाएं। इसको लेकर उन्होंने
पदाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई
करने का निर्देश भी दिया।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को श्रीकृष्ण
मेमोरियल हॉल में देश के प्रथम शिक्षा
मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद
की जयंती पर आयोजित शिक्षा दिवस
समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने
यह भी निर्देश दिया कि शिक्षकों की
बहाली तेजी से कराएं। कहा कि सरकार
में आने के बाद हमने अध्ययन कराया
तो पता चला कि साढ़े 12 प्रतिशत बच्चे
और बच्चियां स्कूल नहीं जाती हैं।
मुस्लिम समुदाय और महादलित
समुदाय के बच्चे इनमें सबसे ज्यादा थे।
इसके बाद इनके लिए पढ़ने का इंतजाम
हमलोगों ने कराया। अब 0.5 प्रतिशत
से भी कम बच्चे-बच्चियां स्कूल से
बाहर हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य है कि
सभी बच्चों को स्कूल भेजेंगे। उन्होंने
कहा कि मेरे पहल पर बिहार में
आईआईटी की स्थापना हुई। श्रद्धेय
अटल जी की सरकार में हम मंत्री थे,
उस वक्त हमने एनआईटी के लिए
तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री मुरली
मनोहर जोशी से कहा था और उन्होंने
इसे स्वीकार किया था।
| पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शिक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बापू की
| पाती दिखाते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार |
सीएम नीतीश कुमार ने बेस्ट प्लस
एप का शुभारंभ किया, जिससे
रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी
■ डीबीटीसे वित्तीय वर्ष 2022-23
के लिए छात्रों के प्रोत्साहन राशि
का हस्तांतरण की शुरुआत की
■ बिहार स्वच्छ विद्यालय 2022-23
पुरस्कार पोर्टल तथा पुरस्कार
मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया
■ डॉ. मनेन्द्र कुमार, डॉ. रेखा कुमारी
की पुस्तक 'द बेसिक्स ऑफ
एनिमल बिहेवियर' का लोकार्पण
■ बैगलेस सुरक्षित शनिवार का
शुभारंभ किया, 8वीं तक के बच्चे
उस दिन बिना बैग के स्कूल जाएंगे
झगड़ा लगाने वालों के बहकावे
में न आएं: मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं
पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी
की लड़ाई से उनलोगों का कोई लेना-
देना नहीं है। पर, अपनी ही चीजों को
दिल्ली में बैठे लोग प्रचार कराते हैं।
शिक्षा पर सबसे ज्यादा
खर्च किया जा रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी सबसे
अधिक खर्च शिक्षा पर किया जा रहा
है। बजट का 21% तक हिस्सा
पढ़ाई पर खर्च हो रहा है। हमलोग
25 प्रतिशत तक शिक्षा पर खर्च
करेंगे। हमलोगों ने लड़कियों के पढ़ने
के लिए पूरी व्यवस्था कर दी है।
इंजीनियरिंग और मेडिकल के क्षेत्रों में
लड़कियों के लिए एक तिहाई सीटें
आरक्षित है। लड़कियां पढ़ेंगी तो
प्रजनन दर कम होगा और अपने
बच्चों को भी शिक्षित कर पाएंगी।
आपलोग पुरानी चीजें भूलें नहीं। उन्होंने
पदाधिकारियों को निर्देश भी दिया कि
आजादी की लड़ाई के बारे में और
बिहार में कैसे-कैसे बड़े शिक्षण
संस्थानों का उदय हुआ, बदलाव हुआ,
इसकी जानकारी भी नई पीढ़ी को दें।
1 % से भी कम
बच्चे अभी स्कूल
से हैं बाहर
0.5
हिन्दुस्तान-पाकिस्तान
बंटवारे के खिलाफ
थे मौलाना आजाद
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के
दौरान मौलाना अबुल कलाम आजाद
की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी।
समाज में आपसी एकता को बनाए
रखने में उनका योगदान था। वे
हिन्दुस्तान और पाकिस्तान बंटवारा
के खिलाफ थे। मौलाना आजाद को
देश का प्रथम शिक्षा मंत्री बनाया
गया। शिक्षा के क्षेत्र में जितना काम
हुआ है, सब उन्हीं की देन है।
हमलोगों ने वर्ष 2007 में मौलाना
अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन के
अवसर पर शिक्षा दिवस मनाने की
शुरुआत बिहार से की। जब राज्य में
हमलोगों ने इसकी शुरुआत की तो
उसके बाद केंद्र सरकार से भी
हमलोगों ने अनुरोध किया। वर्ष
2008 से पूरे देश में इनके जन्मदिन
को शिक्षा दिवस के रूप में मनाया
जाने लगा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग समाज मे
झगड़ा लगाने की कोशिश करेंगे, पर
उनके बहकावे में कोई नहीं आए। बापू
की हत्या किसने की, इसको भी
आपलोग भूलियेगा नहीं।
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