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सीतामढ़ी बेला में लाखो की डकैती

 सीतामढ़ी: परिहार में दो घरों में डाके, एसडीएम व कपड़ा व्यवसायी के यहां भी किया प्रयास...


 परिहार (सीतामढ़ी)। प्राइम न्यूज़ रिपोर्टर: भारत-नेपाल सीमा पर बेला थाना क्षेत्र की बाया पंचायत के बहुअरवा गांव में शनिवार रात धावा बोल डकैतों ने लाखों की संपत्ति लूट ली। बारी-बारी से चार घरों को डकैतों ने निशाना बनाया। दो घरों में लूटपाट की। दरभंगा में एसडीएम के पद पर तैनात रामबाबू साह और उनके पड़ोसी लक्ष्मण साह के घर भी डकैती का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक पुलिस पहुंच गई। डकैत पुलिस के सामने से ही निकल गए और वह कुछ कर नहीं पाई। डकैत 30-35 की संख्या में थे। उनके हाथ में हथियार, रड, चाकू, कुल्हाड़ी, दाब, लाठी-डंडा वगैरह थे। अधिकतर कच्छा-बनियान में पहने हुए थे और कुछ मास्क लगा रखे थे तो कुछ ने गमछे से मुंह बांध रखे थे।

पहले भी हो चुकी है डकैती की घटना

जानकारी के अनुसार, किसान आनंद लाल साह के घर लूटपाट में नकद 75 हजार रुपये, मोबाइल, जेवर ले गए। आनंद लाल साह के पुत्र रामदरेश प्रसाद कपड़ा व्यवसायी हैं, उनकी दुकान परसा बाजार पर है। उनके दूसरे पुत्र सतीश कुमार की दरभंगा में लोको पायलट के पद पर पोस्टिंग है। आनंद लाल साह को डकैतों ने पीटा तो बचाने के लिए खड़े हुए रामदरेश साह को डकैतों ने पीट डाला। 1990 में भी इन्हीं के परिवार में डकैती हुई थी जिसमें आनंदन लाल साह के पुत्र सुरेश प्रसाद व उनके चाचा रामजुलूम साह को डकैती के दौरान गोली मार हत्या कर दी गई थी। घर में ही किराना दुकान चलाने वाले गोरख साह के घर में डकैत छत के रास्ते घुसे। विरोध करने पर पिता-पुत्र की रड से पिटाई की। 40-50 हजार कैश, दो मोबाइल, गोरख साह की बहू की नाक, कान के गहने व मंगलसूत्र लूट लिए। इनके घर में अनाज कोठी को भी तोड़कर तहस-नहस कर दिया। चावल-गेहूं को बिखेर दिया। अनाज की कोठी में गहना व रुपये-पैसा छुपाए जाने का डकैतों को अंदेशा था।पुलिस के सामने से भागे बदमाश

तीसरे प्रयास में डकैतों ने लक्ष्मण साह के घर धावा बोला। घर का मेन गेट तोड़ दिया। लक्ष्मण साह कपड़े का व्यवसाय करते हैं। बगल में ही एसडीएम रामबाबू साह का भी घर है। एसडीएम रामजुलूम साह के ही पौत्र हैं जिनकी हत्या डकैतों ने की थी। इनके घर की दीवार फांदकर डकैत अंदर प्रवेश कर गए थे। तब तक पुलिस जीप आ गई तो। पुलिस के सामने से डकैत चले गए पुलिस कुछ कर नहीं पाई। उन लोगों को अनुमान है कि डकैती में नेपाली नागरिक भी शामिल हैं, क्योंकि उनकी बोलचाल की भाषा उसी तरह लग रही थी। गांव वालों में पुलिस की नाकामी को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। पुलिस- प्रशासन व सिस्टम से इन लोगों का भरोसा इस कदर उठ गया है कि शिकायत तक दर्ज कराना नहीं चाहते।



सीतामढ़ी..... भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों कच्छा

बनियान गिरोह के डकैतों का आतंक जारी है बीते शनिवार

की देर रात बेला थाना क्षेत्र की बाया पंचायत के बहुअरवा

गांव में धावा बोल डकैतों ने लाखों की संपत्ति लूट ली।

बारी-बारी से चार घरों को डकैतों ने निशाना बनाया। दो

घरों में लूटपाट की। दरभंगा में एसडीएम के पद पर तैनात

रामबाबू साह और उनके पड़ोसी लक्ष्मण साह के घर भी

डकैती का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक पुलिस पहुंच

गई। डकैत पुलिस के सामने से ही निकल गए और वह

कुछ कर नहीं पाई। डकैत 30-35 की संख्या में थे। उनके

हाथ में हथियार, रड, चाकू, कुल्हाड़ी, दाब, लाठी-डंडा

वगैरह थे। अधिकतर कच्छा-बनियान में पहने हुए थे और

થે

कुछ मास्क लगा रखे थे तो कुछ ने गमछे से मुंह बांध रखे

थे।

पहले भी हो चुकी है डकैती की घटना।

जानकारी के अनुसार, किसान आनंद लाल साह के घर

लूटपाट में नकद 75 हजार रुपये, मोबाइल, जेवर ले गए।

आनंद लाल साह के पुत्र रामदरेश प्रसाद कपड़ा व्यवसायी

हैं, उनकी दुकान परसा बाजार पर है। उनके दूसरे पुत्र

सतीश कुमार की दरभंगा में लोको पायलट के पद पर

पोस्टिंग है। आनंद लाल साह को डकैतों ने पीटा तो बचाने

के लिए खड़े हुए रामदरेश साह को डकैतों ने पीट डाला।


1990 में भी इन्हीं के परिवार में डकैती हुई थी जिसमें

आनंदन लाल साह के पुत्र सुरेश प्रसाद व उनके चाचा

रामजुलूम साह को डकैती के दौरान गोली मार हत्या कर दी

गई थी। घर में ही किराना दुकान चलाने वाले गोरख साह

के घर में डकैत छत के रास्ते घुसे। विरोध करने पर पिता-

पुत्र की रड से पिटाई की। 40-50 हजार कैश, दो मोबाइल,

गोरख साह की बहू की नाक, कान के गहने व मंगलसूत्र

लूट लिए। इनके घर में अनाज कोठी को भी तोड़कर तहस-

नहस कर दिया। चावल-गेहूं को बिखेर दिया। अनाज की

कोठी में गहना व रुपये-पैसा छुपाए जाने का डकैतों को

अंदेशा था।

पुलिस के सामने भागे बदमाश ।

पुलिस के सामने से भागे बदमाश

तीसरे प्रयास में डकैतों ने लक्ष्मण साह के घर धावा बोला।

घर का मेन गेट तोड़ दिया। लक्ष्मण साह कपड़े का

व्यवसाय करते हैं। बगल में ही एसडीएम रामबाबू साह का

भी घर है। एसडीएम रामजुलूम साह के ही पौत्र हैं जिनकी

हत्या डकैतों ने की थी। इनके घर की दीवार फांदकर डकैत

अंदर प्रवेश कर गए थे। तब तक पुलिस जीप आ गई तो ।

पुलिस के सामने से डकैत चले गए पुलिस कुछ कर नहीं

पाई। उन लोगों को अनुमान है कि डकैती में नेपाली पाई। उन लोगों को अनुमान है कि डकैती में नेपाली

नागरिक भी शामिल हैं, क्योंकि उनकी बोलचाल की भाषा

उसी तरह लग रही थी। गांव वालों में पुलिस की नाकामी

को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। पुलिस प्रशासन व

सिस्टम से इन लोगों का भरोसा इस कदर उठ गया है कि

शिकायत तक दर्ज कराना नहीं चाहते। वही एसडीपीओ

सदर सुबोध कुमार से जब मोबाइल पर बातचीत की गई तो

उन्होंने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रयास जारी है।



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