सीतामढ़ी - एक तरफ चंद लोग समाज में आपसी वैमनस्यता फैलाते है। वहीं कुछ लोग अपने कृत्य, व्यवहार से समाज में आपसी एकता एवं भाईचारे का संदेश दे जाते है। जिससे हिंदू मुस्लिम एकता को बल मिलता है और वह मिशाल बन जाते है। नगर निगम क्षेत्र 28 मेहसौल निवासी स्व नागेंद्र शर्मा के 42 वर्षीय पुत्र सुशील कुमार ने कुर्बानी कर आपसी सदभाव व भाईचारे का संदेश दिया है।सुशील ने ईद उल अजहा (बकरीद) के दूसरे दिन शुक्रवार को बकरे की कुर्बानी अपने दोस्त की खातिर किया।
सुबह लगभग 9 बजे मौलाना से कुर्बानी की रस्म अदा करने के साथ ही मांस गरीबों और दोस्तों में विभक्त किया।सुशील ने बताया कि कुर्बानी मन्नत थी। आठ वर्ष पूर्व मेरे दोस्त सौरव कुमार की स्वास्थ्य खराब हो गई थी।
सौरव के ठीक होने पर कुर्बानी की मन्नत मानी थी। पिछले वर्ष सौरव पूरी तरह ठीक हो गया था। उसके ठीक होते ही नींद में कुर्बानी का सपना आने लगा था। उसी मन्नत को पूरा करने के लिए हुसैना बाजार से 8500 सौ में बकरा खरीदा। जिसे बकरीद के अवसर पर सौरव के नाम पर कुर्बानी किया। मांस का एक हिस्सा स्वयं रखा दो हिस्सों को गरीब और दोस्तों में प्रसाद के रूप में वितरित किया। सुशील ने बताया कि कुर्बानी करने के पश्चात अच्छा अनुभव कर रहा हूं। अब हर वर्ष कुर्बानी के अवसर पर कुर्बानी करूंगा।
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