( प्राइम न्यूज़ रिपोर्टर ) झारखंड रांची के बडगांई अंचल की जमीन की खरीद - बिक्री मामले में हेमंत सोरेन की हिरासत :-
4.5 एकड़ की जमीन बी एम लक्ष्मण राव की थी जिसें आजादी के बाद सेना को सौंप दिया था। सेना की जमीन का असली मालिक प्रदीप बागची को दिखाने के लिए भू माफियाओं एवं नौकरशाहों ने एक फर्जी दस्तावेज तैयार कर इसे 1932 का दिखाया गया
इसमें लिखा था कि यह जमीन प्रफुल बागची ने ब्रिटिश शासन में सरकार से खरीदी थी। 90 साल बाद प्रफुल बागची के बेटे प्रदीप बागची ने कलकत्ता की जगतबंधु टी स्टेट कम्पनी लिमिटेड को बेच दी। जांच में यह पता चला कि यह जमीन व्यवसायी अमीत अग्रवाल के नाम पर है जो हेमंत सोरेन का करिबी है। इन पर यह आरोप लगाया गया है कि जमीन पर हेमंत सोरेन का अवैध रूप से कब्जा है।
हेमंत सोरेन का दावा है कि इस जमीन के वे मालिक हैं इस का कोई सबूत नहीं है। जाली कागज बना कर और फर्जी शिकायत पर उन्हें फंसाया जा रहा है। झारखंड में अस्थिरता पैदा करने के लिए खेल खेला जा रहा है। झारखंड में भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।जेल जाना मंजूर है लेकिन मै टूटने वाला नहीं हूं।आगे कोर्ट जो निर्णय देगा वह स्वीकार है।
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