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किसान आन्दोलन के जनक स्वामी सहजानन्द सरस्वती की पुण्यतिथी

 


सीतामढी़, बिहार।

--खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ आन्दोलन तेज करने का ऐलान।

--स्वामी जी की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि।

--राष्ट्रपति के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा।

--पीएम मोदी का पुतला दहन किया गया ।

दिल्ली आन्दोलन के सातवां माह पूरा होने,किसान आन्दोलन के जनक स्वामी सहजानन्द सरस्वती की पुण्यतिथि तथाआपातकाल के 46वें वर्षगांठ पर एआईकेएससीसी के आह्वान पर एआईकेएससीसी सीतामढी़ तथा ट्रेड यूनियन संगठनो के तत्वावधान में 'खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ'दिवस पर किसान-मजदूरों ने शहर में जूलूस निकाला तथा मेहसौल चौक पर विरोध प्रदर्शन कर पीएम मोदी का पुतला दहन किया। किसानों ने केन्द्र सरकार को किसान विरोधी तथा लोकतंत्र विरोधी बताते हुए जमकर नारेबाजी की तथा आन्दोलन तेज करने का ऐलान किया।

किसान सभा कार्यालय में प्रो दिगम्बर ठाकुर की अध्यक्षता में किसान आन्दोलन के जनक स्वामी जी के पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ किसान आन्दोलन में उनके योगदान पर चर्चा की गई तथा केन्द्र सरकार के किसान विरोधी नीति की निन्दा करते हुए कहा कि सरकार किसानो पर दमनात्मक कार्रवाई बंद करे मामला तथा गिरफ्तारी बंद करे।लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले के खिलाफ किसान अब खेती के सवालों के साथ लोकतंत्र बचाओ आन्दोलन भी तेज करेंगे।बैठक में पीएम मोदी से किसान नेताओं से सीधा वार्ता कर तीनो काला कृषि कानून वापस लेने तथा एम एसपी को कानूनी दर्जा देने तथा बिजली बिल 2020 वापस लेने की मांग की गई।

इससे पूर्व किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल समाहर्ता के मारफत राष्ट्रपति के नाम किसानों की मांगे पूरी कराने तथा संविधान की रक्षा हेतू हस्तक्षेप करने को मांग पत्र सौंपा।

पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ विभिन्न कार्यक्रमों मे किसान नेता डा.आनन्द किशोर,ऐटक नेता केदार शर्मा, जलंधर यदुबंशी,चन्द्रदेव मंडल,आलोक कुमार सिंह, विश्वनाथ बुन्देला,जीवनाथ साफी,रामबाबू सिंह, सुरेश बैठा,अधिवक्ता रामपदारथ मिश्र,मुकेश कुमार मिश्रा,इंटक के दिलीप कुमार पाण्डेय,मो. मुर्तजा,संजय कुमार,शिक्षक नेता विजय शुक्ला,नेयाज अहमद सिद्दीकी,आफताब अंजुम,मो. गयासुद्दीन,भिखारी शर्मा,मो.शम्श शहनवाज,अशोक कुमार निराला, लालबाबू सिंह,अरुण कुमार यादव,रामबाबू साह,राकेश कुमार सिंह,मो.नुरैन,संजीव कुमार झा,राधा देवी,सीमनी देवी सहित सैकडो किसान,महिला किसान तथा ट्रेड यूनियन नेताओं ने अपना विचार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम मे भागीदारी की।

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