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जल्द होगा जदयू और राजद का विलय जानिए कौन होंगे मुख्यमंत्री

 मुख्यमंत्री नीतीश ने नालंदा में साफ कर दिया इशारा- जदयू और राजद का विलय भी होगा- 



 

(सौजन्य : नवराष्ट्र मीडिया) प्राइम न्यूज़ रिपोर्टर
पटना । कुढ़नी में महागठबंधन खासकर जदयू उम्मीदवार की हार के बाद सत्तारूढ़ दल के शीर्ष नेताओं को गहरा झटका लगा है । खासकर जदयू और राजद के नेता भी सदमे में है , क्योंकि उस सीट पर जीतने के लिए मुख्यमंत्री से लेकर तेजस्वी यादव ने पूरा जोर लगा दिया था । लेकिन बावजूद उसके सशक्त एमवाई समीकरण नहीं बन पाया। साथ में अति पिछड़ा तथा अन्य कई जातियों का भी भरपूर सहयोग नहीं मिल पाया । इस रिजल्ट के बाद से मुख्यमंत्री के कान खड़े हो गए हैं अब वे अपना खोया जनाधार , खोई प्रतिष्ठा लौटाना चाहते हैं। पुराने समाजवादी -मंडलवादी युग के यह नेता जदयू और राजद में विलय करना चाहते हैं । इसके लिए लालू प्रसाद भी तैयार बैठे हैं। तेजस्वी यादव की सहमति हो चुकी है ।
 
सूत्रों के अनुसार आने वाले कुछ महीनों के अंदर ही यह विलय भी हो जाएगा और इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद का ताज भी युवा चेहरा तेजस्वी प्रसाद यादव को सौंप दिया जाएगा। वैसे मुख्यमंत्री के इस इरादे से कुशवाहा खेमे में काफी खलबली मची हुई है। क्योंकि कुशवाहा समाज को नए संयुक्त राजद में कितना स्थान मिलेगा, यह तय नहीं है। क्योंकि उपेंद्र कुशवाहा तो अब भी मुख्यमंत्री पद की आस लगाए हुए हैं । उनके समर्थकों कथा तमाम कुशवाहा नेताओं को यह भारी धोखा के जैसा लग रहा है । मुख्यमंत्री ने भी जब रालोसपा का विलय जदयू में कराया था, तब वायदा किया था कि भविष्य में उनको ही अपना उत्तराधिकारी बनाएंगे। कुशवाहा नेता इसे अपने साथ हुआ धोखा मानते हैं। वैसे भी पिछले 20 वर्षों में कुर्मी और कुशवाहा समाज अब इतने सशक्त हो गए हैं कि वह यादवों के दबदबे, उनकी रंगदारी के अधीन नहीं रह सकते हैं। नए तरह के जातीय संघर्ष की आशंका को खत्म किए बिना राजद और जदयू का विलय रंग नहीं ला पाएगा। ऐसे में भाजपा को ही फायदा होगा क्योंकि काफी कुशवाहा नेता भाजपा चले जाएंगे । इन परिस्थितियों को देखते हुए सत्तारूढ़ खेमे के अंदर खाने में मंथन चल रहा है। लेकिन इतना तो तय हो गया है कि जल्द बनेंगे तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री। मुख्यमंत्री नीतीश ने नालंदा में इशारों में यह साफ भी कर दिया।
 

जानकार सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार ने निर्णय ले लिया है । बस अगले वर्ष साल किसी माकूल तिथि पर इसकी घोषणा कर दी जाएगी। 78 वर्ष के हो चुके नीतीश कुमार के चेहरे पर अब थकावट के चिन्ह भी साफ दिखाई देते हैं। अब आगे बिहार को तेजस्वी यादव ही ज्यादा चलाएंगे. नालंदा की सभा में उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया कि अब हमारे काम को तेजस्वी आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागन बीघा में तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया. जिस प्रकार की अटकलें थीं। नीतीश कुमार ने खुद उस पर अपने गृह जिला नालंदा में मुहर लगा दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि अब हमारे काम को तेजस्वी यादव ही आगे बढ़ाएंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने कभी समाज को तोड़ने की बात नहीं सोची. हमेशा समाज को जोड़ने का काम किया। समरस समाज बनाने की दिशा में काम किया। इस बात से अब साफ इशारा मिल रहा है कि आने वाले समय में जनता दल यूनाइटेड- राष्ट्रीय जनता दल का विलय भी तय है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब वर्ष 1985 में पहली बार विधायक बनकर गांव का घूम रहे थे, उस दौरान क्षेत्र के लोगों ने कहा था हम लोग जीवन भर आपको वोट करते रहेंगे ।आप आगे बढिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब अपना उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव घोषित किया तो पहले लोगों से बार-बार अपील कर सहमति भी ली. उस समय तेजस्वी यादव काफी भावुक हो गये. तेजस्वी यादव का आँख भी नम हो गया .। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने भी ताली बजाकर मुख्यमंत्री नीतीश के निर्णय का स्वागत किया।
 

सूत्रों का मानना है कि इस विधानसभा सत्र के बाद कभी भी तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद का शपथ ले सकते हैं। नालंदा में कल की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा के बाद राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। वही नालंदा में मुख्यमंत्री की बातों का बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने भी खंडन नहीं किया। अब देखना है कि यह विलय कैसे ,कब और किन शर्तों पर होता है। विलय के बाद कुशवाहा समाज को क्या भूमिका में मिलती है।


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