देश की आवाज दबाई जा रही है : शम्स शाहनवाज
लोकतंत्र की आत्मा के बिना आलीशान संसद भवन बनाने का क्या फायदा?संसदीय लोकतंत्र पर हो रहे हमले को लेकर पोस्टर किया जारी संसद के नए भवन के उद्घाटन को लेकर जारी घमासान के बीच बिहार प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि मो. शम्स शाहनवाज ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर संसद के अस्तित्व पर हमले के 9 साल का पोस्टर जारी करते हुए उन्होंने कहा कि संसद सिर्फ एक इमारत नहीं है। बल्कि भारतीय लोकतंत्र की नींव है। जब संसदीय लोकतंत्र की आत्मा ही नहीं रहेगी तो आलीशान संसद भवन लेकर देशवासी क्या करेंगे? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्तारूढ़ भाजपा इसे नहीं समझते।
पूर्व सीतामढ़ी यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष शम्स ने कहा कि पिछले 9 साल के मोदी सरकार के कार्यकाल में संसदीय लोकतंत्र पर लगातार हमले हो रहे हैं। देश की आवाज को दबाया जा रहा है। लोकतंत्र को म्यूट तंत्र में तब्दील करने की कोशिश हो रही है। 2014 के बाद 155 सांसदों को जनहित का मुद्दा उठाने पर सदन से निलंबित किया गया। नए संसद भवन के उद्घाटन को प्रतिष्ठा का सवाल बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 साल में संसद में एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। संसद में चर्चा कर कानून बनाने की बजाए महत्वपूर्ण मामलों में सालाना 11 अध्यादेश जारी किए गए। बीते 9 साल में 76 फीसदी विधेयक बिना किसी विधायी जांच के पारित किए गए। इतना ही नहीं, लोकसभा के कार्यकाल का 4 साल बीत जाने के बावजूद कोई डिप्टी स्पीकर नहीं है। मौके पर मुश्ताक सरवर, दिनेश दास, राजीव कुशवाहा, सुमन कुमार, गुलाब शेख, मो. साबिर, नसरुद्दीन राईन, मुस्तकिम आलम, मौजूद थे।
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