( प्राइम न्यूज़ रिपोर्टर) वंशी चाचा मूर्ति अनावरण हेतु निर्माणधीन पिलर नप प्रशासन ने हटाया, स्थानीय लोगों में जनआक्रोश।
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बैरगनिया प्रखंड मुख्यालय स्थित हास्पीटल चौक पर वंशी चाचा के मूर्ति अनावरण हेतु हेतु निर्माणधीन पिलर हटाएं जाने से स्थानीय लोगों मे मायुसी छाने के साथ साथ आक्रोश भरने लगा है। कानू महासभा के प्रखंड ईकाई तथा स्थानीय लोगों द्वारा पिछले 9 जनवरी के बैठक में वंशी चाचा के मूर्ति का अनावरण हास्पीटल चौक पर करने का निर्णय लिया गया तथा उक्त चौक का नामकरण शहीद वंशी चाचा चौक के रूप में करने का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय के अनुसार चयनित स्थल पर मूर्ति अनावरण हेतु पिलर का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जिसे स्थानीय नप प्रशासन द्वारा बीति रात उखाड़ कर हटा दिया गया।
सुबह होते ही निर्माण करा रहे लोग आक्रोशित होकर नप प्रशासन के प्रति नाराज़गी जताई है। इधर इओ रवि कुमार आर्या ने बताया कि हास्पीटल चौक पर मूर्ति लगाने हेतु निर्माणाधीन पिलर जिस स्थल कराया जा रहा था, इसकी सूचना नप कार्यालय को नहीं थी तथा जांच के क्रम में निर्माण कराने वाले लोगों द्वारा न तो नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेने की प्रक्रिया भी नहीं की गई थी। इधर स्थानीय बीडीओ द्वारा सड़क जाम की समस्या उत्पन्न होने तथा अवैध निर्माण कार्य होने की सूचना पर निर्माणाधीन पिलर को हटाए जाने की बात बताई गई है। आगे श्री आर्य ने यह भी बताया कि निर्माण स्थल के समीप सड़क की चौड़ाई मात्र 16 फीट तथा मूर्ति निर्माण हेतु चार पांच फीट में बेस बनाने के बाद सड़क संकरा होने तथा जाम की समस्या उत्पन्न हो रही थी। नपं के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद वशीर अंसारी तथा जदयू के जिला उपाध्यक्ष प्रो. राज कुमार सिंह ने बताया कि 20नवम्बर 2018 को ही पूल निर्माण संघर्ष समिति द्वारा उक्त स्थल को शहीद वंशी चाचा चौक के रूप में घोषित किया जा चुका है।
वर्तमान विधायक मोतीलाल प्रसाद ने बताया कि आगामी 18 जनवरी को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार भकुरहर मोड़ पर स्थित शहीद वंशी चाचा परिसर में ही उनके मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम किया जाएगा, जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मंगल पांडेय तथा नंदकिशोर यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
श्री प्रसाद ने आगे बताया कि वंशी चाचा परिसर लगभग 32 लाख के लागत मूर्ति निर्माण, परिसर विकास व सड़क निर्माण कार्य कराया जाएगा। मालूम हो कि स्थानीय बागमती व लाल बकेया नदी पर पुल निर्माण हेतु पूल निर्माण संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे जन आन्दोलन में वंशी चाचा ने 20 नवम्बर 1997 को अपने आप आग हवाले कर शहीद हो गए थे तथा इसके बाद बैरगनिया के बागमती नदी के ढेंग घाट पर तत्कालीन सरकार द्वारा वंशी सेतु नामक सड़क पुल का निर्माण कर दिया गया था, इसके बाद बागमती नदी के जमुआ घाट पर सड़क पुल का निर्माण हो गया अब लाल बकेया नदी पर भी शीघ्र ही पूल बन कर तैयार होने की स्थिति में आ गई है।
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